what is mutual fund म्यूच्यूअल फंड क्या है?
म्यूच्यूअल फंड क्या है?
ज़्यादातर लोगों को म्यूच्यूअल फंड्स पेचीदे और डरावने लग सकते हैं| हम आपके लिए बिलकुल बुनियादी स्तर पर इसे सरल और स्पष्ट करने की कोशिश करेंगे| दरअसल, बहुत सारे निवेशकों की धनराशि जमा होने पर ही म्यूच्यूअल फंड की सृष्टि होती है| इस फंड के प्रबंधन के लिए फंड प्रबंधक नियुक्त होते हैं|
ये एक ऐसा ट्रस्ट है जो बड़ी संख्या में ऐसे निवेशकों की धनराशि एकत्रित करता है, जिन निवेशकों का एक उभय निष्ठ/एकसा उद्देश्य है| तत्पश्चात, विभिन्न विकल्पों जैसे इक्विटी, बांड, मुद्रा बाज़ार के साधनों, और/अथवा अन्य सिक्योरिटीज में ये राशि निवेश करती है| हर निवेशक इकाइओं का मालिक होता है जो फंड के मल्कियत के एक हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं| इस सामूहिक निवेश से जो आमदनी /लाभ उत्पन्न होता है, उसे सही अनुपात में निवेशकों में वितरित कर दिया जाता है, स्कीम के ‘नेट एसेट वैल्यू’ या NAV की गणना के पश्चात कुछ व्यय उस राशि में से घटा भी लिए जाते हैं| सीधे शब्दों में गर कहें, एक आम आदमी के लिए म्यूच्यूअल फंड सबसे साध्य विकल्प है जो उसे विभिन्न प्रकार के, व्यावसायिक द्वारा प्रबंधित सिक्योरिटियों में निवेश करने का अवसर प्रदान करता है, और जिसकी लागत भी अपेक्षाकृत कम है|
म्यूचुअल फंड्स किस-किस प्रकार के होते हैं ?
अलग लोगों की अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड मौजूद हैं। मोटे तौर पर ये तीन प्रकार के होते हैं।
1. इक्विटी या ग्रोथ फंड्स
ये अधिकांश रूप से इक्विटी अर्थात कंपनियों के शेयर में निवेश करते हैं
इनका मूल्य उद्देश्य संपदा निर्माण या पूंजी वृद्धिहोता है।
उनमें उच्च लाभ देने की अच्छी संभावनाएं होती हैं और दीर्घकालीन निवेश के लिए वे सर्वश्रेष्ठ हैं।
उदाहरण के लिए
“लार्ज कैप” फंड वे हैं जो उन कंपनियों में प्रमुखता से निवेश करते हैं जो वड़े स्थापित व्यवसाय वाली हैं
“मिड कैप” फंड जो मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करते हैं।
“स्मॉल कैप” फंड जो छोटे आकार की कंपनियों में निवेश करते हैं
“मल्टी कैप” फंड जो बड़ी, मध्यम व छोटी कंपनियों के मिश्रण में निवेश करते हैं।
“सेक्टर” फंड उन कंपनियों में निवेश करते हैं तो एक प्रकार के व्यवसाय से संबंधित होती हैं। जैसे प्रौद्योगिकी फंड वे हैं जो प्रोद्योगिकी कंपनियों में ही निवेश करते हैं
“थेमेटिक” फंड वे हैं जो साझा थीम में निवेश करते हैं। जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर फंड जो उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो इंफ्रास्ट्रक्चर सेगमेंट की वृद्धि से लाभ हासिल करती हैं
कर-बचत फंड
2. आय या बॉन्ड या नियत आय फंड
ये नियत आय प्रतिभूतियों जैसे सरकारी प्रतिभूतियां या बॉन्ड, कॉमर्शियल पेपर या डिबेंचर, डिपॉज़िट के बैंक सर्टीफिकेट और ट्रेजरी बिल, कॉमर्शियल पेपर जैसे मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं।
ये तुलनात्मक रूप से सुरक्षित निवेश होते हैं और आय निर्माण के लिहाज से उपयुक्त होते हैं।
लिक्विड, लघु अवधि, फ्लोटिंग दर, कारपोरेट ऋण, डायनामिक बॉन्ड, गिफ्ट फंड आदि उदाहरण हो सकते हैं।
3. हाइब्रिड फंड
ये इक्विटी और नियत आय दोनो में निवेश करते हैं, इस प्रकार से ये वृद्धि संभावनाओं के साथ-साथ आय निर्माण का सर्वश्रेष्ठ प्रदान करते हैं।
एग्रेसिव बैलेन्स्ड फंड, कंसरवेटिव बैलेन्स्ड फंड, पेंशन फंड, चाइल्ड प्लान और मासिक आय योजना आदि इसके उदाहरण हैं।
म्यूच्यूअल फंड स्कीम में निवेश आरम्भ करने के कई तरीके हैं|
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निवेशक आवेदन पत्र को विधिवत पूर्ण कर, एक चेक या बैंक ड्राफ्ट के साथ शाखा दफ्तर या नामांकित इन्वेस्टर सर्विस सेंटर्स (ISC) जो म्यूच्यूअल फंड्स के होते हैं, के पास या म्यूच्यूअल फंड्स के ही रजिस्ट्रार और ट्रान्सफर एजेंट्स के पास दाखिल कर, निवेश आरम्भ कर सकते हैं|
निवेशक सम्बंधित म्यूच्यूअल फंड्स के वेबसाइट पर ऑन लाइन भी निवेश कर सकते हैं|
अलावा इसके, वित्तीय मध्यस्थों, उदाहरण स्वरुप म्यूच्यूअल फंड वितरक जो AMFI के साथ पंजीकृत है, की सहायता से अथवा प्रत्यक्ष रूप से निवेशक निवेश कर सकता है जिसमें किसी वितरक के सहभागिता की आवश्यकता नहीं है|
म्यूच्यूअल फंड वितरक एक व्यक्ति विशेष हो सकता है या गैर वैयक्तिक अस्तित्व हो सकता है जैसे बैंक, ब्रोकरिंग हाउस या फिर ऑनलाइन वितरण चैनल प्रदाता भी हो सकता है|
निवेशक ऑनलाइन भी निवेश कर सकता है, इसलिए कि ये मंच सारे आवश्यक सुरक्षा उपायों से युक्त हैं जो निवेश की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं| ये वस्तुतः सहूलियत और सुविधा का मामला है|
म्यूच्यूअल फंड्स में मुझे प्रतिफल कैसे मिलते हैं?
किसी भी और संपत्ति की तरह ही, म्यूच्यूअल फंड्स से अर्जित प्रतिफल का हिसाब एक अवधि में आये आपके निवेश में मूल्य वृद्धि को शुरुआती निवेश के साथ तुलना कर लगाया जाता है| म्यूच्यूअल फंड का नेट एसेट वैल्यू म्यूच्यूअल फंड का मूल्य है जिसका इस्तेमाल म्यूच्यूअल फंड निवेश पर अर्जित प्रतिफल की गणना करने में होता है| एक अवधि पर अर्जित प्रतिफल का हिसाब खरीद के वक़्त NAV और बेचने के वक़्त NAV के अंतर से लगाया जाता है और उस अंतर को १०० से गुना कर प्रतिशत निकाला जाता है| सम्पूर्ण प्रतिफल की गणना करते समय धारण अवधि / होल्डिंग पीरियड में फण्ड द्वारा किया गया कोई भी आय वितरण और शुद्ध प्रतिफल वितरण पूँजी वृद्धि में जोड़ दिया जाता है|
म्यूच्यूअल फंड धारण की एक निश्चित अवधि के दौरान NAV में आयी बढ़त को पूँजी वृद्धि कहेंगे| चूंकि किसी भी फंड का NAV पोर्टफोलियो में शामिल स्टॉक के मूल्यों से लिया जाता है, और ये मूल्य रोज़ घटते – बढ़ते हैं, NAV में एक अवधि में आये बदलाव जहां पूँजी वृद्धि को दर्शाते हैं, वहीं आपके होल्डिंग्स/ संपत्ति में आये घाटे को भी दर्शाते हैं| फण्ड हाउस से प्राप्त अकाउंट स्टेटमेंट / खाता विवरण से आपके प्रतिफल का प्रदर्शन आप जान सकते हैं| इस विवरण में किया गया लेन- देन और आपके निवेश पर मिला प्रतिफल दोनों दर्ज रहते हैं|
टिपण्णी;* फण्ड के NAV में गिरावट वितरित किये गए प्रतिफल और लागू किये गए सांविधिक लेवी / स्टेचूटोरी लेवी पर निर्भर है|
सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूच्यूअल फंड्स द्वारा प्रस्तावित एक ऐसा निवेश का जरिया है जिसके माध्यम से एक व्यक्ति एक निर्धारित रकम, नियमित अंतराल में म्यूच्यूअल फंड्स के किसी स्कीम में – जैसे मासिक या त्रैमासिक, बजाय एक मुश्त रकम की अदायगी के, निवेश कर सकता है| यह किश्त ५०० रुपये प्रति माह की मामूली रकम भी हो सकती है जो बहुत कुछ रेकरिंग डिपाजिट (आवर्ती जमा) से मिलती-जुलती है| ये इसलिए भी आसान है क्योंकि आप अपने बैंक को ये स्थाई अनुदेश दे सकते हैं कि आपके खाते से ये रकम हर माह डेबिट (निकासी) होता रहे|
SIP भारतीय म्यूच्यूअल फंड्स निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हो चला है, इसलिए कि ये निवेशक को बाज़ारों के उथल-पुथल और समय गणना की चिंता से अलग रख एक अनुशाशित तरीके से निवेश में सहायता करता है| लम्बी अवधि के निवेश के लिए म्यूच्यूअल फंड्स द्वारा प्रस्तावित SIP निवेश की दुनिया में क़दम रखने का यकीनन सबसे बढ़िया रास्ता हैं|
निवेश से सर्वाधिक और श्रेष्ठ प्राप्ति के लिए, बेहद ज़रूरी है लम्बी अवधि के लिए निवेश हो, जिसका सीधा अर्थ यह कि आप जल्द से जल्द निवेश आरम्भ करें ताकि आपके लक्ष्य लाभ अधिकतम हों|
ye blog achha hai
ReplyDeleteThank you so much
DeleteThanks for the appreciat
ReplyDeleteStocks Vs Mutual Funds
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