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Showing posts from 2021

शेयर बाजार में डेरिवेटिव का क्या अर्थ होता है?

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क्या है डेरिवेटिव बाजार, यह कैसे काम करता है? कई बार आपका सामना फ्यूचर्स, ऑप्शंस और ऑप्शन जैसे शब्दों से हुआ होगा. क्या आप इनका मतलब जानते हैं? आपने शेयरों के डेरिवेटिव सौदों के बारे में जरूर सुना होगा. इसी तरह कई बार आपका सामना फ्यूचर्स, ऑप्शंस और ऑप्शन जैसे शब्दों से हुआ होगा. क्या आप इनका मतलब जानते हैं? हम आपको इस बारे में बता रहे हैं.  बाजार में फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (एफएंडओ) क्या है? उत्तर:  इक्विटी बाजार में दो सेगमेंट (हिस्से) होते हैं. इसमें एक है कैश यानी नकद सेगमेंट और दूसरा है डेरिवेटिव सेगमेंट. इसे फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस भी कहा जाता है. प्रश्न: क्या एफएंडओ सेगमेंट के डेरिवेटिव की वैल्यू कैश सेगमेंट से निकाली जाती है? उत्तर:  जैसा नाम से जाहिर है डेरिवेटिव सेगमेंट की वैल्यू अंडरलायर के तहत निकाली जाती है. मौजूदा समय में निफ्टी 50 इंडेक्स और सेंसेक्स, बैंक निफ्टी और कैश सेगमेंट के चुनिंदा शेयर अंडरलायर की भूमिका अदा करते हैं. प्रश्न: इसका मतलब है कि निफ्टी के पास निफ्टी फ्यूचर्स सौदे हैं और बैंक निफ्टी के पास भी इसी तरह के एफएंडओ सौदे होंगे? उत्तर: ...

what is dividend?(डिविडेंड क्या होता है?)

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डिविडेंड(Dividend) क्या होता है? कंपनी को एक साल में जो मुनाफा होता है उसको शेयरधारकों में बाँटा जाता है और इसे ही डिविडेंड कहते हैं। कंपनी अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देती हैं। डिविडेंड प्रति शेयर के आधार पर दिया जाता है। उदाहरण के तौर पर 2012-13 में इन्फोसिस ने हर शेयर पर 42 रुपये का डिविडेंड दिया था। डिविडेंड को शेयर के फेस वैल्यू के प्रतिशत के तौर पर भी देखा जाता है। जैसे इन्फोसिस के उदाहरण में शेयर की फेस वैल्यू 5 रुपये थी और डिविडेंड 42 रुपये, यानी कंपनी ने 840% का डिविडेंड दिया हर साल डिविडेंड देना कंपनी के लिए ज़रूरी नहीं होता। अगर कंपनी को लगता है कि साल का मुनाफा डिविडेंड के रूप में बाँटने की जगह उस पैसे का इस्तेमाल नए प्रॉजेक्ट और बेहतर भविष्य के लिए करना चाहिए तो कंपनी ऐसा कर सकती है। डिविडेंड हमेशा मुनाफे में से ही नहीं दिया जाता। कई बार कंपनी को मुनाफा नहीं होता लेकिन उसके पास काफी नकद पड़ा होता है। ऐसी स्थिति में कंपनी उस नकद में से भी डिविडेंड दे सकती है।  कभी कभी डिविडेंड देना कंपनी के लिए सबसे सही कदम होता है। जब कंपनी के पास कारोबार के विस्तार का कोई ...

कॉन्टैक्टलेस डेबिट कार्ड (contactless ATM card)

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 ATM कार्ड में न पिन डालना होता है, न ही ओटीपी आता है, कार्ड को मशीन से टच करते ही हो जाता है पेमेंट, एक्सपर्ट बोले यही है खतरा 3 वर्ष पहले  राहुल जी अपने  परिवार के साथ फिल्म देखने गए थे। टिकट खरीदने के लिए उन्होंने अपना डेबिट कार्ड दिया। काउंटर पर मौजूद एक्जीक्यूटिव ने 1500 रुपए पेमेंट लेकर कार्ड उन्हें लौटा दिया। जब राहुल ने पूछा कि मैंने पिन तो डाला ही नहीं तो पेमेंट कैसे हो गया तो एक्जीक्यूटिव ने बताया कि आपका कार्ड कॉन्टैक्टलेस है। इससे 2000 रुपए तक की शॉपिंग के लिए पिन की जरूरत नहीं होती। कार्ड को मशीन के पास ले जाने पर ही पेमेंट हो जाता है। जितेंद्र की ही तरह इन दिनों कई ग्राहकों के पास कॉन्टैक्टलेस पेमेंट फीचर वाले कार्ड पहुंच रहे हैं। 1 जनवरी 2019 से विभिन्न बैंकों के अधिकांश कार्ड ऐसे ही आ रहे हैं। नए कॉन्टैक्टलेस डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स ने ग्राहकों की चिंता बढ़ा दी है। इसकी वजह यह है कि मॉल या दुकानों में इनके जरिए एक बार में दो हजार रुपए तक की शॉपिंग के लिए किसी भी तरह के पिन कोड या ओटीपी की जरूरत नहीं होती। बस कार्ड को पेमेंट मशीन...

Some Important Short Term Meanings in Stock Market

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EQ: It stands for Equity. In this series intraday trading is possible in addition to delivery. BE: It stands for Book Entry. Shares falling in the Trade-to-Trade or T-segment are traded in this series and no intraday is allowed. This means trades can only be settled by accepting or giving the delivery of shares. CLICK HERE TO OPEN A DEMAT ACCOUNT BL: This series is for facilitating block deals. Block deal is a trade, with a minimum quantity of 5 lakh shares or minimum value of Rs. 5 crore, executed through a single transaction, on the special “Block Deal window”. The window is opened for only 35 minutes in the morning from 9:15 to 9:50AM. BT: This series provides an exit route to small investors having shares in the physical form with a cap of maximum 500 shares. BZ: Stocks that are blacklisted for violation of exchange rules. This series stocks falls under Trade-to-Trade category and hence BTST (Buy Today Sell Tomorrow) and intraday is not allowed in such stocks. GC – Th...

भारत का सबसे भरोसेमंद ट्रेडिंग एप्लीकेशन अप स्टॉक्स (Upstox)

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भारत में (UPSTOX) सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप ? (BEST TRADIND APP)? Best trading app india :  भारत में बड़ी संख्या में Stock Broker  हैं, जो मोबाइल Trading App प्रदान करते हैं. Upstox Pro सबसे अच्छा है. वहां User Interface  बहुत सरल और उपयोग करने में आसान है. आइये इसको बारे में पूरा जानकारी पढ़ते है और इसके advantages और disadvantage की बात करते हैं.  भारत में ( Upstox ) सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप: Upstox मुंबई आधारित डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर है। Upstox भारत के स्टॉक मार्केट में Business के लिए एक तेज़, विश्वसनीय और आसानी से उपयोग होने वाला Trading Platform  प्रदान करता है। यह RKSV Securities का एक ऑनलाइन निवेश ब्रांड है। RKSV एक मुंबई, भारत स्थित सेबी पंजीकृत वित्तीय सेवा प्रदाता है। आरकेएसवी ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग, कमोडिटी ट्रेडिंग, मुद्रा डेरिवेटिव ट्रेडिंग,Trading, Mutual Funds, और Demat Account प्रदान करता है। RKSV  Sec NSE, BSE, MCX, NCDEX, NSDL, And CDSL का सदस्य है. Upstox App  एक मुफ्त मोबाइल ट्रेडिंग एप्लिकेशन है. जो एंड्रॉइड और iPhone  क...

What is Share Market in Hindi – शेयर बाज़ार क्या है?

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What is Share Market in Hindi – शेयर बाज़ार क्या है? अगर शेयर मार्केट को आसान भाषा में समझे तो शेयर का मतलब होता है हिस्सा. बाजार उस जगह को कहते हैं जहां आप खरीद-बिक्री कर सकें. अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं. BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं. शेयर बाजार (Stock Market) में हालांकि बांड, म्युचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है. स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते है शेयर खरीदने का मतलब क्या है? मान लीजिये कि NSE में सूचीबद्ध किसी कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं. आप उस कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने शेयर खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने हिस्से का मालिकाना हक हो गया. आप अपने हिस्से के शेयर किसी अन्य खरीदार को जब भी चाहें बेच सकते हैं. कंपनी...